सेतु प्रकाशन, नई दिल्ली से प्रकाशित काव्य संग्रह 'नक़्शानामा' का भूगोल विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो आर एल सिंह सभागार में लोकार्पण सह परिचर्चा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस काव्य संग्रह के रचनाकार प्रमुख भूगोलवेत्ता और हिन्दी कवि सरफ़राज़ आलम हैं। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो पृथ्वीश नाग, तथा मुख्य वक्ता के रूप में हिन्दी विभाग बीएचयू के आचार्य प्रो श्रीप्रकाश शुक्ल थे। विशिष्ट वक्ता के रूप में भूगोल विभाग के आचार्य प्रो. आंनद मिश्र दीपायन, अरबी विभाग के अध्यक्ष प्रो अशफ़ाक़ अहमद और हिन्दी विभाग के सहायक आचार्य डॉ विंध्याचल यादव मौजूद थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भूगोल विभाग के पूर्व आचार्य प्रो राणा पी बी सिंह ने किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए भू वैज्ञानिक प्रो राणा पी. बी. सिंह ने कहा कि भूगोल विभाग में साहित्य की परंपरा रही है। कोई भी नक्शा सत्य नहीं होता बल्कि सत्य की खोज के लिए एक प्रयास होता है। कार्यक्रम में प्रो.वृंदा परांजपे, प्रो.वी.के.कुमरा, डॉ. महेंद्र कुशवाहा, डॉ. रविशंकर सोनकर, तथा भारी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।