काशी में जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए मेहमानों का आगमन शुक्रवार से शुरू हो गया। इसे लेकर पर्यटन विभाग की ओर से ख़ास तैयारियां की गई हैं। हवाई अड्डे पर मेहमानों का स्वागत लोककला की प्रस्तुति तो होटल में शहनाई की धुन से स्वागत किया गया। जी-20 के कृषि विशेषज्ञों की बैठक नदेसर स्थित होटल में होगी। 17 से 19 अप्रैल तक आयोजित बैठक में जी-20 के सदस्य देशों के अलावा अन्य देशों के कृषि विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
शुक्रवार को नीदरलैंड की प्रतिनिधि चारलोट कॉर्नेलिया एरिना वरबर्ग एयर इंडिया के विमान से सुबह 11:30 बजे एयरपोर्ट पहुंची। शनिवार को कनाडा, फ्रांस, इटली, यूके और इंडोनेशिया के प्रतिनिधि के साथ इंटरनेशनल क्राॅप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी आरीड ट्रॉपिक्स के डॉ. संजय अग्रवाल और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की एलिशाबेथ फौरे भी पहुंचेगी। सबसे ज्यादा मेहमान रविवार को पहुंचेंगे, जिसमें 18 देशों के 55 प्रतिनिधि शामिल होंगे। एयरपोर्ट से होटल तक सड़कों को बेहद खूबसूरत ढंग से सजाया गया है।रंग बिरंगी झालरों से पेड़ों को और सुंदर रूप रंग दिया गया है। यही नहीं समूची काशी में जगह-जगह चौराहों को विदेशी मेहमानों के लिए सजाया गया है। रात में यह नजारा और भी खूबसूरत नजर आ रहा है। G20 के प्रतीक चिन्ह को शहर के प्रमुख स्थानों पर खूबसूरत ढंग से लगाया गया है। पूरी तैयारी है कि पहली बैठक में विदेशी मेहमानों के लिए काशी की ये यात्रा यादगार रहे। सुरक्षा के लिए भी कड़े बंदोबस्त किए गए रात में जो भी सड़कों पर निकल रहा है उसे सड़कों की यह सजावट पेड़ों की डालियों से झिलमिलाती लाइटें अपनी और आकर्षित कर रही हैं।