साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित 'रेहन पर रग्घू बीते दो दशक के यथार्थ का चित्रण है। यह गाँव, शहर और अमेरिका तक के भूगोल में फैला हुआ है। इसका फलक विस्तृत है। यह अकेले पड़ते जा रहे मनुष्य का यथार्थ चित्रण है। यह बातें आज सुप्रसिद्ध कथाकार काशी नाथ सिंह के आवास पर आयोजित पत्राकार वार्ता में कथाकार और नाटक के नाट्य निर्देशक राज नारायण दीक्षित ने संयुक्त रूप सेबताई ।
डा० काशीनाथ सिंह ने बताया कि यह नाटक 'रेहन पर रग्धू' 1 जुलाई को सनबीम वरूणा के आडिटोरियम में मंचित होगा। इसे दिल्ली की संस्था 'प्रस्ताव' के कलाकारों ने तैयार किया है। इस नाटक में कुल 15 कलाकार हैं जो इसे प्रस्तुत कर रहे हैं। सेतु सांस्कृतिक केन्द्र, वाराणसी स्थानीय सहयोग कर रहा है। उन्होंने सभी साहित्यकारों और नाट्य प्रेमियों से उपस्थित होकर नाटक देखने का अनुरोध किया है।