काशी हिंदू विश्वविद्यालय बी वोक के छात्र और छात्राएं सेंट्रल ऑफिस पर पिछले 4 दिनों से घेराव करके धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र छात्राओं का कहना है सेंट्रल ऑफिस पर पिछले हम 4 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं परंतु यहां पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी हमारी बातें नहीं सुन रहा है।
छात्रों का कहना है कि हम सभी लोग बीएचयू में सबसे अधिक फीस देने वाले छात्र-छात्राएं हैं। हम लोगों के सब्जेक्ट में कंप्यूटर से संबंधित प्रेक्टिकल, वाइवा और थ्योरी है, परंतु हमने अभी तक प्रेक्टिकल नही किया है। हम लोगों ने प्रैक्टिकल करने के लिए जब अपने विभागाध्यक्ष से कहा तो उनका कहना है कि आप लोगों का प्रैक्टिकल नहीं हो पाएगा। इसके साथ ही हम लोगों के सामने कई समस्याएं हैं। छात्रों का कहना है कि जब तक हम लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो जाता हम लोग सेंट्रल ऑफिस का घेराव कर धरने पर बैठे रहेंगे। आपको बता दे की बी.वोक के तमाम छात्र छात्राएं 12 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले चार दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
BHU बी.वोक के छात्रों की 12 सूत्रीय मुख्य मांग ...
1. छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और व्यक्तिगत आधार पर छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है, इसलिए छात्र उन्हें (संयोजक आर.एस. मिश्रा) तुरंत हटाना चाहते हैं।
2. ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप प्रशिक्षण और ऑन जॉब प्रशिक्षण प्रदान नहीं किया जा रहा है जो हमारे पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है और जिसके कारण छात्र सक्षम नहीं हैं।औद्योगिक अनुभव और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करें जिसके वे हकदार हैं।
3. 60% व्यावहारिक शिक्षा जो या तो किसी संस्थान में या निर्दिष्ट उद्योग स्थान पर पढ़ाई जानी चाहिए, वह भी गायब है।
4. बी.वोक पाठ्यक्रमों के प्रबंधन के लिए कोई उपयुक्त प्राधिकारी भी नहीं है, जो छात्रों (600) की समस्याओं को समझ सके और उनका समाधान कर सके।
5. सभी बी.वोक पाठ्यक्रमों के लिए प्रयोगशालाओं, कार्यशालाओं आदि की आवश्यकता।
6. वोकेशनल प्लेसमेंट सेल की जरूरत और इसका किसी में विलय नहीं किया जाना चाहिए ।
7. व्यावसायिक विभाग की स्थापना।
8. विशेष शुल्क के उपयोग के लिए स्पष्टीकरण ।
9. समिति को यूजीसी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
10. महीने में कम से कम दो बार कार्यशालाएँ प्रदान की जानी चाहिए।
11. सेमेस्टर और पाठ्यक्रमों को संकुचित नहीं किया जाना चाहिए, जिसे जल्दबाज़ी में पूरा किया गया।
12. सुयोग्य संकाय सदस्य उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं।