पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बारिश और मैदानी इलाकों में हो रही मानसूनी बरसात से नदियों का जलस्तर अब धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रहे रुक रुक के बारिश से नदियों के जलस्तर में धीरे-धीरे बढ़ाव होना प्रारंभ हो गया है। वाराणसी में गंगा के जलस्तर में 3 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी आंकी गई । गंगा का बढ़ता हुआ जलस्तर देख कर नाविकों की चिंताबढ़ गयी है।
बता दे कि काशी में गंगा का वार्निंग लेवल 70.262 और डेंजर लेवल 71.262 मीटर है। पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बरसात और मैदानीं इलाकों में मानसूनी बरसात ने नदियों में गर्मी के बाद संजीविनी दी है। लगातार नदियों का पानी बढ़ रहा है। वाराणसी में भी इस समय गंगा का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से नाविक चिंतित हैं। वाराणसी में गंगा का वाटर लेवल 64 जाते ही नौका संचलान पर रोक लगा दी जाती है क्योंकि घाटों का संपर्क आपस में टूट जाता है। इसके बाद सितम्बर माह तक नौका संचलान सुचारू नहीं हो पाता है। ऐसे में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर से नाविकों के माथे पर चिंता की लकीरे हैं क्योंकि चार महीने गंगा के बढ़ाव से इनकी रोजी रोटी का संकट गहरा जाता है।