छात्र कल्याण केन्द्र काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के तत्वावधान में " भारत में लोकतंत्र आज और कल "विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में बतौर वक्ता हिंदी विभाग , काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की सहायक आचार्या डॉ. प्रियंका सोनकर और दर्शनशास्त्र विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. राहुल कुमार थे। डॉ . राहुल कुमार ने सर्वप्रथम लोकतंत्र के सैद्धांतिक स्वरूप को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि भारतीय समाज में लोकतंत्र के जिस पड़ाव पर हम उपस्थित हैं इसका बीज रूप हमें अशोक के शासनकाल में मिलता है। जब बुद्ध के धम्म से उनका परिचय हुआ तब अपने शासन में धम्म को शामिल करके उस मोनार्की में भी लोकतंत्र के बीज की नींव सम्राट अशोक डालते हैं।
डॉ .प्रियंका सोनकर ने कहा कि हम लोग जहां उपस्थित हैं वह लोकतंत्र का एक प्रमाण है। उन्होंने बताया कि लोकतंत्र सूचकांक में भारत 167 देशों में 41 वें स्थान पर है। भारत के लोकतंत्र को दोषपूर्ण लोकतंत्र के अंतर्गत रखा गया है। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तरी सेशन के तहत छात्रों ने कई सवाल खड़े किए जिसका युक्तियुक्त उत्तर प्रदान किया गया। इस संगोष्ठी का संचालन हिंदी विभाग के छात्र जितेंद्र कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग की शोध छात्रा रोशनी ने किया।