पीएचडी प्रवेश परीक्षा में संस्कृत विषय को सम्मिलित करने हेतु छात्रों ने सौपा ज्ञापन

पीएचडी प्रवेश परीक्षा में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के विषयों को सम्मिलित करने हेतु संकाय के छात्र-छात्राओं ने रैली निकालते हुए परीक्षा नियंता कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौपा। ज्ञापन सौंपने पहुंचे छात्रों ने कहा कि संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण भाग है। इसकी स्थापना महामना ने भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म एवं ज्ञान परम्परा के अध्ययन एवं अनुशीलन हेतु की थी। इसके अंतर्गत आठ विभागों में २०० से अधिक शोधार्थी शोध कर रहे हैं। विगत दिनों विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी की प्रवेश परीक्षा NTA द्वारा कराने का निर्णय लिया गया। इस सन्दर्भ में NTA द्वारा निर्गत अधिसूचना में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय से सम्बन्धित विषयों को सूचीबद्ध नहीं किया गया है। 


संस्कृत के पारम्परिक विषयों की NET परीक्षा सम्मिलित रूप से होती है। जिससे प्राप्त अभ्यर्थी सीटो के अनुपात में काफी कम संख्या में होते हैं। अतः इन विषयों में विशेषज्ञता के आधार पर बृहद संख्या RET के माध्यम से पंजीकृत होती है। विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया वर्तमान निर्णय संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्रों को RET द्वारा पीएचडी में पंजीकृत होने से विरत करता है। यह निर्णय हजारों छात्रों के भविष्य को अंधकार में कर रहा है। हम मांग करते है की इस विषय का संज्ञान लेकर तत्काल इसे NTA RET में सम्मिलित कराएं या तो विश्वविद्यालय स्तर पर संकाय के लिए अलग RET की परीक्षा कराने का निर्णय लें। छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सोमवार के तक विश्वविद्यालय प्रशासन इस सन्दर्भ में कोई निर्णय नहीं लेगा तो छात्र आन्दोलन को बाध्य होंगे।

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