मां गंगा निषाद राज सेवा न्यास के बैनर तले नाविको ने गंगाजल में खड़े होकर अपना विरोध दर्ज कराया विरोध कर रहे नाविको ने कहा कि पिछले दिनों एक समाचार पत्रिका में माझी समाज को बदनाम करने के लिए एक समाचार छापा गया था। जिसमें करीब 4 वर्ष पूर्व की एक फोटो भी छापी गई थी एवं बड़े-बड़े व्यापारियों से मिलकर हम लोगों को धोखेबाज और लुटेरा घोषित किया गया। उन बुद्धिजीवी व्यापारियों ने तो यहां तक कह दिया कि हम लोग फुटकर भजाने की बहाने पैसा लेकर भाग जाते हैं जबकि हम लोग नगर निगम द्वारा जो रेट लिस्ट जारी है उससे भी कम में ही यात्रियों को घूमाने का काम करते है।
हम माझी लोग किसी व्यक्ति को डूबते समय बिना किसी परवाह किए गंगा में कूद कर जान बचाते हैं उस समय हम लोग यहां तक भी नहीं सोचते हैं कि हमारे जेब में कितना पैसा हैं और मोबाइल कितने का है और खराब हो सकता है यहां तक की दशाश्वमेध घाट के गोताखोर डूबे हुए लोग को निकालने के बाद भी किसी तरह का पैसा नहीं लेते हैं इतना कुछ करने के बाद भी इस प्रकार की बात कही जा रही है जो कि बिल्कुल सत्य नहीं है हम माझी लोग इसका विरोध करते हैं और पत्रिका का हम लोग पुतला दहन करते हैं। उन्होंने कहा कि हम माझी लोग इस पत्रिका का बहिष्कार करते है।