वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 43वां दौरा अब पांच नवंबर को हो सकता हैं। पीएम के वाराणसी से वापसी के साथ ही अगले आगमन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। पीएम ने जाते-जाते इसके संकेत दिए और तैयार होने वाली परियोजनाओं की जानकारी भी ली। इसमें फुलवरिया फोरलेन और सारनाथ के विकास कार्य शामिल हैं। पीएम सांसद खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत करेंगे। पीएम अपने अगले दौरे में हजारों करोड़ की योजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे। इन सभी कामों को पूरा करने के लिए 10-15 अक्तूबर की डेडलाइन रखी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस से दिल्ली लौटते ही अगले दौरे की कवायद तेज हो गई है। जिला प्रशासन, पुलिस, इंटेलीजेंस और सुरक्षा एजेंसियों समेत तमाम महकमे फिर से अपने काम में जुट गए हैं। अब पीएम की प्राथमिकताओं की परियोजनाओं को अविलंब पूरा करने का टास्क भी मिल गया है। अगले 15 दिनों में करोड़ों के प्रोजेक्ट का अंतिम चरण का कार्य पूरा हो जाएगा। पीएम के कार्यक्रम स्थल को लेकर भी मंथन शुरू हो गया है। पीएम का 43वां दौरा पूरी तरह से वाराणसी शहर की परियोजनाओं पर आधारित होगा, इसलिए कार्यक्रम भी शहर के प्रमुख स्थल पर कराने की तैयारी है।पीएम के 43वें दौरे के लिए अभी 200 करोड़ की परियोजनाओं की सूची तैयार कर ली है। इसके अलावा सभी परियोजनाओं के अधिकारियों और प्रोजेक्ट मैनेजरों को दस अक्तूबर तक काम पूरा करने का अल्टीमेटम दे दिया गया है। इसमें फुलवरिया फोरलेन, नमो घाट सहित कई परियोजनाओं के लोकार्पण सबसे बड़े काम हैं। रामनगर में महिला आश्रय गृह, अनाथालय, संवासिनी गृह का शिलान्यास भी प्रस्तावित है। प्रशासन जल्द ही परियोजनाओं को स्वीकृति के लिए शासन को भेजेगा। वहीं तमाम महकमे में इस आशय की जानकारी के बाद लंबित योजनाओं को पूरा करने और उद्घाटन व लोकार्पण वाली योजनाओं की फाइलें भी पलटी जाने लगी हैं।