पीएचडी प्रवेश में धांधली का आरोप लगाते हुए बीएचयू छात्रों द्वारा तीसरे दिन भी धरना रहा जारी, एक छात्र की बिगड़ी तबीयत

बीएचयू में पीएचडी प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए छात्रों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। छात्रों ने आरोप लगाया कि इस बार बिना सीटों के विज्ञापन के ही चोरी से आवेदन करा लिए गए हैं। कला संकाय के हिन्दी विभाग में संचालित प्रयोजनमूलक हिन्दी पत्रकारिता विषय से पीएचडी की सीटों और विषय का विज्ञापन नहीं निकाला गया था। छात्रों ने बताया कि न ही एनटीए द्वारा इसका विज्ञापन जारी किया गया था और न ही बीएचयू द्वारा जारी बुलिटेन में इसका जिक्र किया गया। मगर बीते 20 सितंबर से 22 सितंबर तक इस विषय के लिए एनटीए द्वारा आयोजित सीयुईटी पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए चोरी-चुपके कुछ अभ्यर्थियों से आवेदन भी करा लिया गया। इसका पता किसी को नहीं चल सका की कब विज्ञापन आया और कब आवेदन मांगे गए थे। सोमवार को विभाग के कुछ छात्रों ने इसे लेकर कुलपति, कुलसचिव और परीक्षा नियन्ता से शिकायत की और कहा इस परीक्षा को रद्द किया जाए एवं बीएचयू द्वारा रेट के माध्यम से प्रवेश परीक्षा कराई जाए। 


पीएचडी आर्डिनेंस के अनुसार विज्ञापन जारी होने के बाद किसी भी बदलाव होने पर इससे संबंधित संसोधन पत्र जारी किया जाता है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि अपने चहेतों को आवेदन कराने के लिए अंतिम दो दिनों में जबरदस्ती पत्रकारिता विषय से लिंक कराया गया और एनटीए की प्रवेश परीक्षा में शामिल कराकर महज दो दिन के अवसर में गुपचुप आवेदन कराए गए हैं। जबकि जिन विषयों की परीक्षा एनटीए नहीं करा रहा उसे विश्वविद्यालय स्तर पर कराने का निमय है। जिसके चलते इस बार 85 विषयों के लिए एनटीए सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश परीक्षा और जिन विषयों को एनटीए में शामिल नहीं किया गया है ऐसे 61 विषयों के लिए बीएचयू रेट की परीक्षा आयोजित की जा रही है। 


छात्रों ने कहा कि जब एनटीए द्वारा प्रयोजनमूलक हिन्दी पत्रकारिता की प्रवेश परीक्षा की विज्ञप्ति नहीं है और न ही बीएचयू रेट के बुलिटेन में इसका कोई जिक्र है तो सीयूइटी पीएचडी के अंतिम तिथि के दो दिन पहले कैसे आवेदन कराए लिए गए। विज्ञापन जारी न होने से और गुपचुप तरीके से केवल वे लोग ही फार्म भर सके हैं जिन्हें विभाग के कुछ प्रोफेसर और परीक्षा नियंता कार्यालय चाहता था। ऐसे में सैकड़ों बच्चे अभी भी आवेदन के लिए विज्ञापन का इंतजार कर रहे हैं। इसके साथ ही विभिन्न विभागों के छात्रों ने भी पीएचडी में अनियमितता का आरोप लगाकर परीक्षा नियन्ता कार्यलय का घेराव किए हुए हैं। इस दौरान सुरक्षा कर्मियों और छात्रों में नोकझोंक भी हुई। छात्र अपनी जिद पर अड़े हुए हैं विरोध प्रदर्शन के दौरान ही एक छात्र की तबीयत बिगड़ गई है जिसको ड्रिप चढ़ाया जा रहा है।

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