बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की इमरजेंसी में बुधवार की देर रात को एक गंभीर हादसा हुआ जिसमें दो महिलाएं सहित पांच जूनियर डॉक्टरों को पीटा गया। घायल डॉक्टरों को ट्रॉमा सेंटर में प्राथमिक उपचार करके छात्रावास भेजा गया है। इस मामले से नाराज जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा किया और प्रॉक्टोरियल बोर्ड को तहरीर सौंपी। इस तहरीर में सरकारी कामकाज में बाधा डालने, मारपीट और तोड़फोड़ की बातें शामिल हैं। बोर्ड के माध्यम से तहरीर अब लंका थाना पुलिस को दी जाएगी। दूसरी ओर, घटना की सूचना पाकर लंका थाने की पुलिस इमरजेंसी पहुंची और मामले की पूरी जानकारी ली। मिली जानकारी के अनुसार, बीएचयू अस्पताल के सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में इमरजेंसी डॉक्टर इलाज में लगे थे और इसी बीच बीएचयू के छात्रों ने अपने परिजन का इलाज तेजी से कराने की मांग की।
इसी कहासुनी के साथ मामला अधिक बढ़ गया इसी के चलते जूनियर डॉक्टरों और युवकों के बीच नोकझोंक हो गई। आरोप है कि इमरजेंसी में इलाज कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने आपत्ति की और वहां मौजूद युवकों से बाहर जाने को कहा, जिससे नाराज युवकों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। जिसके बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने सभी को ट्रॉमा सेंटर ले गई, जहां इमरजेंसी में उनका इलाज किया गया। इस मामले को लेकर लंका थाना प्रभारी निरीक्षक अश्वनी पांडेय ने बताया कि मारपीट की सूचना मिली है, पर किसी पक्ष से तहरीर नहीं आई। सुरक्षा के लिहाज से टीम को परिसर में भेजा गया है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
Tags
Trending