भगत सिंह स्टूडेंट मोर्चा के कार्यालय पर मंगलवार को एनआईए के छापेमारी के बाद स्टूडेंट मोर्चा के सदस्यों ने पत्रकारों से बातचीत की। सदस्यों ने बताया कि एनआईए टीम में हमें सर्च वारंट दिखाया कि माओवादी होने और उनके फ्रंटल संगठन होने के शक पर वह हमारे समान, कमरे, लैपटॉप, मोबाइल आदि को सर्च कर सकते हैं इसे पढ़ने के बाद इस झूठे और भ्रामक आरोप के कारण हमने इसमें हस्ताक्षर करने से मना कर दिया ।
एनआईए टीम ने हमारे जो साहित्य है जो हर 2 महीने पर छपता है उसमें जो आज समाज से जुड़े तमाम मुद्दे हैं उसके बारे में लिखा जाता है उसे सीज करके ले जाया गया है और यह कहा जा रहा है कि यह नक्सली साहित्य है। छात्र संगठन से जुड़े सदस्यों ने कहा कि हम पूछना चाहते हैं कि एनआईए की टीम बताएं कि यह किस प्रकार से नक्सली साहित्य है । उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हमारी गतिविधियों से डर चुकी है और वह यह चाहती है कि वर्तमान सरकार के खिलाफ कोई भी आवाज ना उठाएं।