ललही छठ पर महिलाओं ने लोलार्क कुंड में स्नान कर किया पूजन

भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को हलछठ का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह पर्व आज यानी 5 सितंबर को है। इसे हलषष्ठी, ललई छठ और ललही छठ के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व बलराम जी को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। 


ऐसा माना जाता है कि द्वापर युग में श्रीकृष्ण के जन्म से पहले शेषनाग ने बलराम के रूप में जन्म लिया था। हलछठ का व्रत संतान की दीर्घआयु और उनकी सम्पन्नता के लिए किया जाता है। इस दिन माताएं संतान की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं। इस व्रत को करने से पुत्र पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं।


इसी क्रम में आज भदैनी स्थित लोलार्क कुंड में संतान प्राप्ति की कामना को लेकर सैकड़ो की संख्या में महिला और पुरुष ने कुंड में स्नान के बाद बाबा लोलार्केश्वर का विधि विधान के साथ दर्शन पूजन किया। सुबह से महिलाओं के पहुंचने का क्रम जारी था। वैसे यहां साल भर स्नान करने लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post