वाराणसी में एक बड़ा मार्मिक सीन दिखा। 4 साल का एक बच्चा सड़क पर करंट उतरे पानी में गिरा था। करीब 1 मिनट से ज्यादा समय तक वह तड़पता रहा। कुछ लोगों ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें भी करंट के झटके लगे। डर के मारे कोई पानी में जाकर बच्चे को बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। लेकिन, एक बुजुर्ग की सूझबूझ काम आई। उन्होंने बच्चे के हाथ में डंडा पकड़ाकर अपनी और खींच लिया, जिससे बच्चे की जान बच गई ।
पानी में गिरा बच्चा तड़पता-चिल्लाता रहा। तभी एक ई-रिक्शा उधर से गुजरा। बच्चे को तड़पता देख, ई-रिक्शा रूका। उसमें से सवारियां उतरीं, कुछ बुजुर्ग बच्चे को उठाने दौड़े। लेकिन, उसको छूते ही उन्हें भी करंट का झटका लग गया। बुजुर्ग तत्काल पीछे हट गए। फिर एक बुजुर्ग ने सड़क पर ट्रैफिक को रोका। दूसरे ने गमछा फेंककर बच्चे को पकड़ाने का प्रयास किया। लेकिन, सफलता नहीं मिल रही थी।बुजुर्ग-बच्चे के बीच जाने बचाने की रस्साकशी देख चौके लोग, करीब 1 मिनट तड़पने के बाद एक बुजुर्ग को वहीं पर एक लकड़ी का डंडा दिखा। उन्होंने आवाज देकर डंडे मांगा। इसके बाद हाथ में डंडा लेकर बच्चे के हाथ में पकड़ाया। तड़पते बच्चे ने भी सूझबूझ दिखाई और डंडे को पकड़ लिया। जब बुजुर्ग ने डंडा खींचा तो वह बच्चे के हाथ से निकल गया। बुजुर्ग ने दोबारा फिर से पानी में डंडे को फेंका, बच्चे ने फिर से डंडे को पकड़ा। इस बार उसकी पकड़ मजबूत थी। बच्चा सीधे पानी से बाहर आ गया। बुजुर्ग और बच्चे के बीच जाने बचाने की इस रस्साकशी को काफी हैरान थे। सभी ने बुजुर्ग का आभार जताते हुए कि आपकी सूझबूझ ने एक जिंदगी को कुरबान होने से बचा लिया।