आगमन संस्था ने 15 हजार अजन्मी बेटियों का किया श्राद्ध

काशी के दशाश्वमेध तीर्थ पर पितृपक्ष में रविवार को भी मातृ नवमी का मान किया गया। इस मौके पर काशी की सामाजिक संस्था आगमन की ओर से कोख में मारी गई बेटियों के श्राद्ध का दुर्लभ अनुष्ठान काशी में किया गया। ‘अंतिम प्रणाम का दिव्य अनुष्ठान’ दशाश्वमेध घाट पर कर्मकांडी ब्राह्मण श्रीनाथ पाठक के सानिध्य में पं. दिनेश दुबे के आचार्यत्व में हुआ। अनुष्ठान में इस वर्ष 15 हजार अजन्मी बेटियों का श्राद्ध मानस पिता के रूप में डा. संतोष ओझा ने किया। 

श्राद्ध की दृष्टि से उत्तम काल,मध्याह्न में त्रिपिंडी श्राद्ध के विधान आरंभ हुए। श्राद्ध में प्रत्येक अजन्मी बेटी के निमित्त जौ, चावल और खोआ का पिंड बना कर उसका दान किया गया। आगमन संस्था द्वारा अजन्मी बेटियों के श्राद्ध का यह दसवां वर्ष है। इससे पूर्व के नौ वर्षों में 67 हजार अजन्मी बेटियों के लिए सविधिक मोक्ष अनुष्ठान करा गया। दसवें वर्ष 15 हजार अजन्मी बेटियों का श्राद्ध कराया जाना है। इस वर्ष के अनुष्ठान के बाद 10 वर्ष में कुल 82 हजार अजन्मी बेटियों के श्राद्ध का कर्मकांड पूरा हो चुका है। इस आयोजन में मुख्य रूप से राहुल गुप्ता,शिव कुमार, किरण, जितेंद्र, आलोक पांडेय, अरुण ओझा आदि लोग शामिल थे.

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