काशीपुरा रामलीला के छठवें दिन धनुषयज्ञ के लीला का मंचन बहुत ही भव्यता के साथ हुआ। देश देशांतर के दस हजार राजा सीता स्वयंवर में सीता को वरण करने के लिए आये पर शिव धनुष तोड़ना तो दूर उसे हिला तक नही पाए। जिसे प्रभु श्री राम जी ने गुरू के आशीष लेकर बहुत ही सहज और आसानी के साथ चाप ही नही वरन उसे अपने हाथो से तोड़ दिया।
धनुष टूटने पर परशुराम द्वारा कुपित होना लक्ष्मण जी द्वारा परशुराम के साथ संवाद बहुत उत्तेजित रहा अन्त में श्री राम प्रभु द्वारा परशुराम जी को अपना विराट परिचय देकर उनका क्रोध शान्त किया गया। अन्त में आरती के साथ आज की रामलीला सम्पन्न हुई। बहुत सुन्दर रामायण की चौपाईयो के बीच कथा प्रसंग का मंचन हुआ। रामलीला में रामायणी महन्त अशोक कसेरा ,महामन्त्री अरूण कसेरा ,कोषाध्यक्ष अमित कुमार प्रकाश कसेरा सहित काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद रही ।