दशाश्वमेध घाट स्थित गंगा सेवा निधि कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान संस्था के अध्यक्ष सुशान्त मिश्र ने पत्रकारों को कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अनवरत तीन दशक से भी ज्यादा समय से आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित व समर्पित विश्व प्रसिद्ध देव-दीपावली महोत्सव इस वर्ष रामलला को समर्पित होगा। अयोध्या में रामलला के विराजने से पहले भगवनान शिव के अराध्य राममय होगी काशी।
1999 कारगिल युद्ध विजय के उपलक्ष्य में हमनें अमर शहीदों के पुण्य स्मृति में आकाशदीप संकल्प का विस्तारीकरण एवं राष्ट्रीय रूप दिया था। संस्था द्वारा भारत के अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप जलाया जाता है, गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का समापन किया जाता है तथा भारत के अमर वीर योद्धाओं को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित भी किया जाता है। देव दीपावली महोत्सव 27 नवम्बर, 5:15 बजे वृहद रूप में दशाश्वमेध घाट पर आयोजित किया जायेगा।देव दीपावली पर माँ गंगा की महाआरती में नारी शक्ति की एक अदभुत तस्वीर भी देखने को मिलेगी। इस वर्ष रामलला के विराजने से पहले 51 देव कन्याओं द्वारा आरती उतार कर काशी की विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव के अयोजन का प्रारम्भ करेगें। रामलला के नाम पर दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली महोत्सव में होने वाली महा आरती में 21 हजार दीपों से रौशन होगी।
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