22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में रामलाल की होने जा रही है ऐसे में बात की जाए तो जगह-जगह श्रीराम ध्वज को लेकर तमाम तरह से रैलियां निकाली जा रही हैं और जय श्री राम के नारे लगाए जा रहे हैं तमाम तरह से संगठन एवं संस्थान भी श्रीराम ध्वज को लेकर बड़े ही उत्साहित हैं और लोगों से प्राण प्रतिष्ठा के दिन भगवान श्री राम के भक्ति में विभोर होने के लिए भी कह रहे हैं अयोध्या भले ही ना जाएं लेकिन काशी में हर घर दीप जरूर जलाएं इसी को देखते हुए इसी संदर्भ में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के 500 सालों के संघर्ष की गाथा श्री राम फिल्म में प्रदर्शित की गई है जिसे देखने साधु संतों का जाता पहुंचा। इसमें श्री राम मंदिर के लिए हमारे साधु संतों एवं महात्माओं ने कितना संघर्ष किया और अदालत किस तरह से फैसला सुनाया इस मूवी में प्रदर्शित किया गया है इस मूवी में एक राजनीतिक दल एवं हिंदू संगठनों साधु संत समाज की भूमिका को भी दर्शाया गया है
ताकि इस गौरवशाली अतीत को भुलाया ना जा सके फिल्म का शीर्षक 695 जो राम भक्तों के लिए पवित्र अंक माना जाता है इसमें 6 दिसंबर 1992 ढांचा विध्वंस हुआ उसको भी प्रदर्शित किया गया है एवं 9 नवंबर 2019 न्यायालय का किस तरह से फैसला आया उसको भी प्रदर्शित किया गया है एवं 5 अगस्त 2020 का मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री के हाथों हुआ था यह भी इसमें प्रदर्शित किया गया है जब इस संदर्भ में हिंदू प्रशासक से बात की गई तो उनका कहना है कि इस फिल्म में हमारे साधु संत एवं महापुरुषों ने किस तरह से अयोध्या मंदिर को लेकर लड़ाइयां लड़ी सब इसमें दिखाए गया है आज हम लोग इस मूवी को देखकर अविभूत हो गए की हमारे साधु संतों ने इतनी कठिन लड़ाई लड़कर आज अयोध्या में भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है।