नगवा में पूर्व की परंपराओं के निर्वहन के क्रम में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। यह विशेष अनुष्ठान पहली बार रविदास घाट पर आयोजित किया गया। यह आयोजन नारायणी देवी शीतला माता की सेवकिया राजेंद्र यादव और गोलू यादव द्वारा कराया गया।
इस दौरान हीरा भगत ने खौलते हुए खीर से स्नान किया। खौलते घी की कड़ाही से अपने नंगे हाथों द्वारा पूडी छाना गया। इस अनुष्ठान में आए हुए दर्शनार्थियों को प्रसाद के रूप में खीर, पूडी और चना वितरित किया गया। इस विशिष्ट अनुष्ठान को देख कर आए हुए श्रद्धालु आश्चर्यचकित रह गए।
मान्यताओं के क्रम में महिलाओं द्वारा देवी गीत और पचरा गीत भी गाया गया। इसके उपरांत भंडारे का भी आयोजन हुआ। पूजा को लेकर आयोजको का अपना तर्क है। उनका कहना है कि देवी मां और प्रभु श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए यह पूजा करायी जाती है। पूजा के आयोजक राजेंद्र यादव बताते हैं कि भगवान का प्रसाद होने के चलते खौलते खीर से शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है।