महाशिवरात्रि पर्व आते ही काशी नगरी में अलग ही नजारा देखने को मिलता है बाबा और माँ गौरा के विवाह के लोकाचार मे जहाँ एक ओर पूरी काशी जुट जाती है तो वही मौज मस्ती और ठंडाई के बाजार के बिना इसे अधूरा माना जाता है।
नगर में जोर शोर से भांग व ठंढई की दुकानें सज गई है जिसमे कई प्रकार के आइटम सजाए गए है जो लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है दुकानदारों ने बताया की यह काशी सहित पूरे देश में उल्लास पूर्वक मनाया जाता है अब तो विदेशी भी काशी के भांग व ठंडई के दीवाने है इस बार भी हर वर्ष की तरह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ महाशिवरात्रि काशी में मनाई जाएगी।
बता दे की जब शिवरात्रि पर शिव भक्त बारात ले कर पहुँचते है तो वधु पक्ष की ओर से ठंडाई के साथ ही स्वागत किये जाने की परंपरा है। दूसरी ओर लोग इसे बाबा के प्रसाद स्वरूप भी ग्रहण करते है।