मैथिल समाज द्वारा जुड़ शीतल के रूप मे मनाया गया मिथिला का नववर्ष

मैथिल समाज, उत्तर प्रदेश द्वारा चौखंम्भा स्थित भारतेन्दु भवन में मिथिला का नववर्ष जुड़ शीतल के रूप में मनाया गया| सर्वप्रथम आगत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का उद्घाटन किया गया| अतिथियों ने महाकवि विद्यापति के चित्र पर माल्यार्पण किया|

समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश बार कौंसिल सदस्य विनोद कुमार पाण्डेय ने कहा की आम मैथिल जनमानस को समर्पित पाकेट मिथिला पंचांग में मिथिला के पर्व,त्योहार,लगन,विवाह आदि तिथियों को आसान शब्दों में दर्शाया गया है जिससे कि सामान्य मैथिल परिवार भी पंचांग के अनुसार अपने कार्य संपादित कर सके|

समारोह की अध्यक्षता कर रहे काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष अत्रि भारद्वाज ने कहा कि पीछले कुछ दशकों में आधुनिकीकरण के कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी चीजें बढती जा रही हैं,ऐसे में पर्यावरण को संरक्षित करना अत्यंत आवश्यक हो गया है|जुड़ शीतल का पर्व मुख्य रूप से प्रकृति से जुड़ा हुआ है|अति विशिष्ट अतिथि सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री सुरेन्द्रनाथ पाण्डेय ने कहा की जुड़ शीतल का प्रकृति से सीधा संबंध है| इस मौके पर बड़े बुजुर्ग अपने से छोटे लोगों के सिर पर बासी पानी डालकर "जुड़ैल रहु" का आशीर्वाद देते हैं|मिथिला नववर्ष समारोह में लोकनृत्य झिझिया जिसे बरसात नृत्य भी कहा जाता है इस भीषण गर्मी में भगवान इन्द्र को खुश करने के लिए मनोहारी झिझिया नृत्य की प्रस्तुति बृष्टि के नृत्य निर्देशन में इशिता, वैश्नवी,श्रिया, सुनैना,परी और कावेरी द्वारा किया गया|यूपी बार कौंसिल सदस्य विनोद कुमार पाण्डेय,सेन्ट्रल बार के महामंत्री सुरेन्द्रनाथ पाण्डेय,काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष अत्रि भारद्वाज, प्रो हरि प्रसाद अधिकारी को ऋषि जैमिनि सम्मान दिया गया|समारोह का संयोजन/संचालन गौतम कुमार झा ने और सहसंयोजन मालिनी चौधरी ने किया| स्वागत दीपेश चन्द चौधरी और धन्यवाद संस्था के अध्यक्ष निरसन कुमार झा (एडवोकेट) ने किया|समारोह में प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश राज्य पुरुष्कार प्राप्त डा जितेंद्र नाथ मिश्र,सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक डा विजय कपूर, डा जयन्त चौधरी, दीपक राय कान्हा, गंगा प्रसाद झा, मनोज मिश्र, सुधीर चौधरी, नटवर झा,सुनील कुमार दास आदि लोग शामिल थे|


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