शीतला अष्टमी के अवसर पर शीतला घाट स्थित शीतला मंदिर में दर्शन पूजन के लिए भर से ही भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं ने मां को विविध प्रकार के भोग अर्पित कर दर्शन पूजन किया भोर से ही मंदिर के समक्ष भक्तों की लंबी कतार लगी रही। बता दे कि चैत्र मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतला अष्टमी मनाई जाती है।
शीतला अष्टमी को बसौड़ा नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मां शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है। शास्त्रों में शीतला माता को आरोग्य प्रदान करने वाली देवी बताया गया है। सप्तमी तिथि के स्वामी सूर्य और अष्टमी के देवता शिव हैं। इन दोनों तिथियों में मां शीतला की पूजा की जा सकती है।
निर्णय सिंधु के अनुसार इस व्रत में सूर्योदय व्यापिनी तिथि ली जाती है। इस दिन जो भी माता का श्रद्धापूर्वक पूजन करते है, उनका परिवार और बच्चे निरोगी रहते हैं। मां शीतला का व्रत करने से शरीर निरोगी होता है।