आदमपुर थाना क्षेत्र राजघाट स्थित भैसासुर घाट पर शुक्रवार की शाम सीवर सफाई करने उतरे दो श्रमिक गैस की चपेट में आ गए। टैंक के अंदर एक श्रमिक बेहोश हो गया, जिसने कुछ देर में दम तोड़ दिया। काफी देर तक मूवमेंट नहीं होने के बाद कर्मचारियों ने आवाज लगाई, रस्सी हिलाई लेकिन जवाब नहीं दिया। वहीं उसे देखने उतरा दूसरा श्रमिक भी बेहोश हो गया।
सूचना पाकर आनन फानन में पुलिस, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर लेकर और मंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जांच के बाद चिकित्सकों ने एक कर्मचारी को मृत घोषित कर दिया, वहीं दूसरे का उपचार शुरू कर दिया। वहीं नगर निगम समेत अन्य अधिकारी भी मामले की जानकारी लेने में जुटे हैं। शुक्रवार शाम भैसासुर घाट पर नगर निगम की ओर से सीवर सफाई और निर्माण कार्य चल रहा था। गोलाघाट निवासी सुपरवाइजर बाबू यादव की निगरानी में घाट किनारे काम जारी था। काम के दौरान श्रमिक मच्छोदरी निवासी घूरेलाल (40) सीवर के अंदर उतरा था। उसके अंदर जाने के बाद काफी देर तक कोई हलचल नहीं हुई तो एक अन्य कर्मी भी उतरा। सीवर में उतरने के बाद घूरेलाल डूब गया था, जिसकी सूचना दूसरे साथी ने बाहर के कर्मचारियों को दी। वहीं अंदर जाने के बाद वह भी बेहोशी की हालत में आ गया। कर्मचारियों ने पुलिस प्रशासन और नगर निगम को मामले की सूचना दी और आनन फानन में बचाव का प्रयास शुरू किया।
जानकारी पर NDRF की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू कर दिया। उसे निकालकर कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर पत्नी संध्या और भाई समेत परिजन अस्पताल पहुंचे, जो शव से लिपटकर रोते बिलखते रहे। वहीं पुलिस और नगर निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।