मुंशी घाट पर गंगा में नहाने गए युवक की डूबने से हुई मौत

वाराणसी के दशाश्वमेध थाना इलाके के मुंशी घाट पर गंगा में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। वो चार दोस्तों के साथ नहाने आया था। गहरे पानी में समां जाने से हादसा हुआ। युवक वाराणसी के डिहवा गांव का रहने वाला है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरा मच गई। एनडीआरएफ की टीम ने तलाश शुरू किया। करीब 30 मिनट के बाद शव को बाहर निकाला गया। किशोर कि पहचान अभिषेक भारती (20) के रूप में हुई। 

बुधवार को अभिषेक अपने तीन दोस्तों के साथ रामनवमी के त्योहार पर काशी घूमने के लिए निकला था। दोस्तों का गंगा नहाने का भी प्लान था। अभिषेक और उसके दोस्त मुंशी घाट पर पहुंचे। गंगा में नहाने लगे। उसके दोस्त गंगा के किनारे ही नहा रहे थे। लेकिन वो गहराई की तरफ चला गया। दोस्तों ने बताया कि एक बार पहले भी अभिषेक का पैर फिस गया और वह डूबने लगा। लेकिन तीनों दोस्त पास में थे इसलिए उसे खींचकर निकाल लिए। लेकिन दोबार अभिषेक दोस्तों की बात नहीं माना और गहरे पानी की तरफ चला गया। नहाते समय वो डूबने लगा। दोस्तों ने शोर मचाया, पास के कुछ नाविक बचाने के लिए गंगा में कूदे लेकिन बचाया नहीं जा सका। तुरंत एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई। एनडीआरएफ के जवानों ने करीब 30 मिनट तक तलाशी अभियान चलाया और शव को बाहर निकाला जा सका। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के परिजनों को सूचना दी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डिहवा गांव के रहने वाले अभिषेक के पिता गांव में ही रहकर बढ़ई का काम करते हैं। अभिषेक दो भाईयों में छोटा था। उसका बड़ा भाई पिता के साथ काम में हाथ बंटाता है। परिवार के लोगों ने बताया कि अभिषेक लॉकडाउन के बाद पढ़ाई छोड़ दिया था। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे मृतक अभिषेक के चाचा कुंदन भारती ने बताया कि अभिषेक कहने के बाद भी घर से बाहर नहीं जाना चाहता था। लेकिन आज उसे न जाने क्या हुआ वो दोस्तों के साथ आज घर से घूमने निकल गया था।

एनडीआरएफ इंस्पेक्टर ने घटना के बारे में जानकारी दी

एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर शिवपूजन सिंह ने घटना के बारे में बताया कि डूबने की सूचना के बाद दो टीमें तलाशी अभियान के काम में जुटी थीं। एनडीआरएफ के छह जवानों में 2 गोताखोर भी शामिल थे।

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