वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुविधाओं के साथ सूरत बदलने वाली है। नए टर्मिनल का निर्माण और रनवे विस्तार के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट अब देश के बड़े एयरपोर्ट की सूची में शामिल होगा। वाराणसी एयरपोर्ट विस्तार के लिए केंद्रीय कैबिनेट ने 2,870 करोड़ रुपए का बजट पास किया है।
वाराणसी एयरपोर्ट भवन के पोर्टिको में वेद मंत्र लिखे होंगे। नए टर्मिनल में गंगा घाट, मंदिर के घंटों और सारनाथ के प्रतीक दिखेंगे। पूरे भवन में काशी की ऐतिहासिकता और पौराणिकता दिखेगी। काशी का एयरपोर्ट विश्व को प्राचीनता, सांस्कृतिक विरासत और भारतीय संस्कृति का संदेश भी देगा।
एयरपोर्ट पर विभिन्न कलाकृतिक भारत की प्रगति का द्योतक होगी। इसमें टर्मिनल निर्माण और रनवे विस्तार शामिल है। नया लुक कई बड़े विकसित देशों की तरह हाईटेक होगा। खासियत होगी की ग्लास यानि कांच से नेचुरल लाइट यानि प्राकृतिक रोशनी या सूरज की रोशनी बढ़ेगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की मीटिंग में सबसे पहले वाराणसी एयरपोर्ट के प्रस्ताव को मंजूरी दी। पीएम ने अपने संसदीय क्षेत्र में हवाई अड्डे के विस्तारीकरण को 2870 करोड़ रुपये की सौगात दी।
कैबिनेट ने सर्वसम्मति से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जिसमें नए टर्मिनल भवन, एप्रन एक्सटेंशन, रनवे एक्सटेंशन, समानांतर टैक्सी ट्रैक और संबद्ध कार्यों का निर्माण करना भी शामिल है।
वाराणसी एयरपोर्ट की डिजाइन 3पी पर आधारित है। इसका मतलब पीपुल (लोग), पर्पज (उद्देश्य) और प्लेस (स्थान) है। स्टील की छत और ग्रेनाइट की फर्श बनाई जाएगी। नई डिजाइन के अनुसार नया इंट्रीगेटेड टर्मिनल भवन और पांच एयरोब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। एयरपोर्ट पर खानपान, शॉपिंग और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
रनवे पर अब पार्क हो सकेंगे 20 विमान
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्रीय कैबिनेट ने वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रस्ताव पर चर्चा की। इसमें बताया गया कि ₹2,869.65 करोड़ लागत से हवाई अड्डे का विकास होगा।
इस प्रस्ताव में रनवे को 4075 मीटर x 45 मीटर तक विस्तारित किया जाएगा और इसके बाद यहां 20 विमानों को पार्क करने के लिए एक नए एप्रेन का निर्माण कराया जाएगा। विस्तार की योजना में एक समानांतर अंडरग्राउंड टैक्सी ट्रैक का निर्माण भी शामिल है।
नया एयरपोर्ट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसमें पांच एयरोब्रिज होंगे, एयर स्ट्रीट का चौड़ीकरण होगा। विमानों के सुगम संचालन के लिए रनवे का विस्तार किया जाएगा। विमानों की संख्या भी बढ़ेगी। इसके अलावा यात्री सुविधाओं से जुड़े कई अन्य कार्य भी होंगे।
अभी 40 लाख यात्री क्षमता, 1 करोड़ बढ़ाने का लक्ष्य
एविऐशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वाराणसी एयरपोर्ट पर देश और विदेशी विमानों के जरिए विगत वर्ष में लगभग 40 लाख यात्री आए हैं। एयरपोर्ट की क्षमता भी मौजूदा हालत में यात्री प्रबंधन क्षमता 3.9 एमपीपीए से बढ़ाकर 9.9 मिलियन यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) करने का लक्ष्य बनाया।
इसके लिए अनुमानित वित्तीय व्यय 2869.65 करोड़ रुपये का होगा। 75,000 वर्ग मीटर में फैली नई टर्मिनल बिल्डिंग को 6 एमपीपीए की क्षमता और 5000 पीक ऑवर यात्रियों (पीएचपी) के उचित प्रबंधन के लिए डिजाइन किया गया है। इसे शहर की विशाल सांस्कृतिक धरोहर की झलक दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है।
हरित हवाई अड्डे का उदाहरण
वाराणसी हवाई अड्डे को हरित हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा। ऊर्जा अनुकूलन, अपशिष्ट के पुनर्चक्रण, कार्बन उत्सर्जन में कमी, सौर ऊर्जा का उपयोग, तथा दिन के प्राकृतिक प्रकाश को शामिल किया गया है। विस्तार के साथ यह हवाई अड्डा पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल होगा। इस विस्तार के साथ लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्री क्षमता लगभग तीन गुना बढ़ जाएगी।
सीएम योगी ने X पर जताया आभार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का विकास को मंजूरी मिलने के बाद केंद्रीय कैबिनेट के फैसले का स्वागत किया है। सीएम योगी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
सीएम योगी ने लिखा-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। ₹2,869.65 करोड़ की लागत से इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास काशी समेत पूरे उत्तर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा।