बीएचयू परिसर में संघ भवन होने का दावा करने वाले पूर्व छात्र ने दुर्लभ फोटो का भारत कला भवन में डिस्प्ले न होने पर व्यक्त की नाराजगी

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र प्रमिल पांडेय ने पत्रकार वार्ता की उन्होंने कहा कि आपातकाल में ध्वस्त किए गए बीएचयू परिसर स्थित संघ भवन के प्रकरण पर विश्वविद्यालय प्रशासन कन्नी काट रहा है। शिक्षा मंत्रालय से की गई शिकायत न सिर्फ बीएचयू को ऑनलाइन फारवर्ड की जा चुकी है बल्कि मंत्रालय के पोर्टल पर भी अपलोड हो चुकी है। 

बावजूद इसके बीएचयू प्रशासन का कहना है कि उसे ऐसा कोई पत्र मिला ही नहीं।  जब बीएचयू के रजिस्ट्रार का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनके व्हाट्सएप संदेश में कहा गया कि उक्त प्रकरण में शिक्षा मंत्रालय का कोई पत्र नहीं मिला है। जबकि मंत्रालय ने 6 फरवरी को ही पत्र कुलसचिव डॉ. अरुण कुमार सिंह को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि 1937-38 में यहां आरएसएस संघ भवन बनवाया गया था आपातकाल के दौरान उसे रातों-रात तोड़ दिया गया आपातकाल के सबसे जगह में अपराधों में यह एक रहा है उसकी दुर्लभ फोटोग्राफ बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर के द्वारा मुझे प्राप्त हुआ इस फोटोग्राफ को मैंने भारत कला भवन में दिया है अप्रैल माह में मैंने उसे यहां रिसीव करवाया लेकिन भारत कला भवन में उसे डिस्प्ले नहीं किया जा रहा है लगातार आनाकानी की जा रही है।

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