अस्सी घाट पर चल रहे स्ट्रीट फूड को खाली कराने पहुंची नगर निगम की टीम और दुकानदारों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। दुकानदारों का कहना है कि हमने नगर निगम को दुकान चलाने के लिए 60 लाख रुपए दिये थे। 2022 में हमारी दुकान शुरू हुई।दुकानदारों ने कहा हमारे दुकान की अवधि 2022-27 वर्ष तक है।
दुकानदारों का यह भी कहना है कि हमारी मांग है कि हमारे पैसे हमें वापस दिए जाए। वही,नगर निगम और स्मार्ट सिटी के टीम का कहना है कि 2019 में इनका टेंडर पास हुआ था जिसकी अवधि 2024 तक थी। जिसको लेकर नगर आयुक्त द्वारा नोटिस जारी कर दी गई है। उसी के आदेश का पालन करते हुए हम दुकान को सीज करने का काम कर रहे हैं।
वहीं नगर निगम के जोनल अधिकारी जितेंद्र कुमार आनंद से बात करने पर उन्होंने बताया की कुछ दिन पहले नगर आयुक्त द्वारा इन्हें नोटिस दिया गया था परंतु यह लोग उस नोटिस का जवाब अभी तक नहीं दिए हैं जिस वजह से मुझे आदेशित किया गया है कि मैं जाकर सीलिंग की कार्रवाई करूं,उसी आदेश का पालन करते हुए आज मैंने 12 दुकानों को सील किया है।
वहीं दुकानदारों से बात करने पर उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त द्वारा उच्च न्यायालय की अवमानना की जा रही है यह अपने आप को उच्च न्यायालय से ऊपर मानते हैं हम सभी लोग यहां पर शांतिपूर्वक व्यापार करते हैं लेकिन अगर आयुक्त ने अपने पद का दुरुपयोग किया है उन्होंने कहा कि हमने अपनी तरफ से याचिका दायर कर दी है।