महादेव की नगरी काशी अपने आप में अति प्राचीन और निराली है। ऐसी मान्यता है कि यहां कण कण में भोलेनाथ विराजमान है।काशी में इस साल गर्मी ने भी अपना विकराल रुप दिखाया है यहां तापमान 48, 49 डिग्री पहुंचा है। इतनी गर्मी के बावजूद भी काशी में आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। वही लोगों को गर्मी को देखते हुए अनेक तरह के राहत पहुंचाने वाले कार्यक्रम चलाये जा रहे है। कोई पानी तो कोई शरबत पिला रहा है ।
इसी कड़ी में काशी तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्र से बात करने पर उन्होंने बताया कि आज यहां काशी के अस्सी घाट पर लगभग 1महीने से दोपहर में ठंडे नींबू के शरबत का वितरण किया जा रहा है ।वही डॉक्टर बद्री विशाल से बात करने पर उन्होंने बताया की पानी पिलाना और शरबत पिलाना काशी की परंपरा रही है यहां जय मां गंगा सेवा समिति की तरफ से जब से तापमान 44 डिग्री के ऊपर गया है तब से यहां कभी बेल का शरबत कभी नींबू का शरबत और भी तमाम तरह के शरबत यहां पिलाए जा रहे हैं ।