बिहार: राज्य को मिली पहली ट्रांसजेंडर दरोगा, कहा: शिक्षक एवं परिवार के सहयोग से संघर्ष का रास्ता हुआ थोड़ा आसान

बिहार राज्य को पहली ट्रांसजेंडर दरोगा मिल गई है।बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दरोगा के 1275 पदों के लिए वैकेंसी निकाली थी जिसका रिजल्ट अब आ चुका है। परीक्षा में तीन ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों को सफलता मिली है।जिनमें से दो ट्रांसमेन हैं एवं 1 ट्रांसवुमन है। बिहार की मानवी मधु कश्यप देश की पहली ट्रांसजेंडर दरोगा बनीं हैं। वो एक ट्रांसवुमन हैं।

मानवी मधु कश्यप भागलपुर के एक गांव की निवासी हैं। उन्होंने अपनी इस सफलता के लिए अपने शिक्षक, माता-पिता और रेशमा प्रसाद को धन्यवाद कहा है। रेशमा प्रसाद बिहार की सामाजिक कार्यकर्ता हैं और वो पटना यूनिवर्सिटी में सीनेट सदस्य बनने वाली पहली ट्रांसजेंडर भी हैं। मानवी मधु कश्यप ने आगे कहा कि किसी भी ट्रांसजेंडर के लिए यहां तक आना मुश्किलों से भरा होता है। उनके लिए भी ये सफर मुश्किल भरा रहा। उन्होंने कहा कि उनके शिक्षक और परिवार के सहयोग के कारण ये रास्ता उनके लिए थोड़ा आसान हो सका।बता दें कि बिहार सरकार ने जनवरी 2021 में पटना हाई कोर्ट को बताया था कि राज्य में कांस्टेबल और दरोगा के पद पर भर्ती के लिए ट्रासजेंडर्स को आरक्षण दिया जाएगा। राज्य सरकार ने बताया था कि हर 500 पदों में से 1 पद ट्रांसजेंडर समाज के लोगों के लिए आरक्षित किया जाएगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post