पराड़कर स्मृति भवन में सैयद फरमान हैदर ने बताया कि इमाम हुसैन की शहादत के सिलसिले से मनाया जाने वाला मोहर्रम इस वर्ष भी अकीदत के साथ मनाया जाएगा उन्होंने बताया कि शहर में तकरीबन 60 से ऊपर जुलूस एक से 13 मोहर्रम तक उठाए जाएंगे।
इमाम हुसैन की शहादत आशूरा 16 या 17 जुलाई को मनाया जाएगा। इस्तकबाले अजा़ की मजलिसे 6 जुलाई से शुरू हो जाएगी।