वाराणसी में कांग्रेस और समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। नीट परीक्षा में धांधली के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय का घेरने करने का भी प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच में रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की भी हुई। छात्रों को पुलिस घसीटते हुए गाड़ियों में बैठाकर ले गई। उसके बाद उन्हें छोड़ दिया। छात्रों की मांग है कि नीट परीक्षा की तारीखों का एलान जल्द किया जाए।
दोबारा से नीट परीक्षा कराने की मांग
NSUI के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय ने कहा, सरकार लगातार छात्रों के साथ अन्याय कर रही है। उसके विरोध में हम लोग प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय पर RE NEET करने की मांग को लेकर ज्ञापन देने आए थे। कि जल्द से जल्द यह परीक्षा पूरे भारत में पुन: कराया जाए। हम यह चाहते हैं कि NTA को भी पूरी तरह से बैन किया जाए। लेकिन पुलिस ने हमें वहां जाने से रोक दिया और हमें घसीटते हुए गाड़ी में कैद कर लिया। उन्होंने कहा कि अगर यह परीक्षा दोबारा नहीं होता है तो हम लोग विधानसभा का घेराव भी करेंगे।
पेपर लीक रोकने में सरकार फेल
समाजवादी छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष आयुष यादव ने कहा, आज के समय में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। जो भी परीक्षा हो रही है वह लीक हो जा रही है। यह सरकार पूरी तरह से विफल है। उन्होंने कहा कि जब छात्र पढ़ाई करते हैं तो उनके मन में रहता है कि वह अच्छी शिक्षा और अच्छी नौकरी लेंगे लेकिन जब वह परीक्षा दे लेते हैं तो उनका पूरा साल बर्बाद होता है और परीक्षा लीक हो जाती है। हम मांग करते हैं कि नीट की परीक्षा दोबारा कराई जाए और परीक्षा के लिए एक बेहतर कानून लाया जाए जिससे पेपर लीक बंद हो।
छात्रों को समझाकर घर वापस भेजा गया
डीसीपी काशी नीतू सिंह ने कहा कि छात्रों का विरोध प्रदर्शन खत्म हो गया है। उन्होंने ज्ञापन दिया है, जिसमें NTA को बैन,NEET की परीक्षा को दोबारा कराने की मांग की गई हैं। उनके ज्ञापन को उच्च अधिकारी को भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपने मुद्दे पर विरोध करना यह हर किसी का अधिकार है लेकिन छात्र काफी आक्रोशित हो गए थे इसलिए कुछ छात्रों को वहां से हटाया गया। अभी छात्रों का ज्ञापन ले लिया गया है और मौके पर छात्र शांत होकर वापस लौट गए।