श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की भ्रमणशील जमात चौमासा प्रवास के लिए वाराणसी पहुंचे।महंत लक्ष्मण दास महाराज की अगुआई में पदमश्री चौराहा काली माता मंदिर पर जमात का स्वागत सत्कार व अभिनंदन किया गया। जमात सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार के लिए देश भर के भ्रमण पर निकली है। पारंपरिक रीति रिवाज के साथ श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की भ्रमणशील जमात का फूल वर्षा के साथ स्वागत किया गया। आचार्य श्रीचंद्र भगवान और श्री गुरु राम राय महाराज के जयकारों के साथ बैंड और ढोल की थाप पर संतों ने दरबार साहिब में प्रवेश किया। संस्कृत विद्यालय के छात्रों ने मंत्रोचारण किया।
महंत लक्ष्मण दास कोठरी महाराज ने बताया कि साधु-महंतों का प्रतिनिधिमंडल तीन दिन तक प्रवास पर है। यहां साधु संतो ने वैदिक विधि-विधान के साथ गणेश-पंचदेव एवं कलश पूजन कर श्री दरबार साहिब प्रवास की शुरुआत की। उन्होंने आचार्य श्रीचंद्र भगवान व श्री गुरु राम राय महाराज की आरती व अरदास कर देश में सुख शांति व समृद्धि की कामना की। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के तपस्वी संत-महंतों की भ्रमणशील जमात देशभर में भ्रमण करती हैं। इसी क्रम में जमात चार महीने श्री दरबार साहिब में भी भ्रमण पर रहती है। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की चार धुंए पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण हैं। इनके चार श्रीमहंत होते हैं। इन्हेंं तपस्वी संतों का चलता फिरता तीर्थ माना जाता है। वैदिक परंपरा के अनुसार श्री दरबार साहिब प्रवास के दौरान वह विशेष पूजन, ध्यान व वैदिक परंपराओं का निर्वहन करते हैं।