रविंद्रपुरी मार्ग स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन मठ में महंत लक्ष्मण दास महाराज के नेतृत्व में चौमासा प्रवास के लिए पहुंचे श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के भ्रमणशील संतों द्वारा वैदिक परंपरा के अनुसार विश्व शांति और जनकल्याण के लिए विशेष पूजन, ध्यान और वैदिक परंपराओं का निर्वहन, अरदास पूजन किया गया। लक्ष्मण दास महाराज ने बताया कि यह सभी संत सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार के लिए देश भर के भ्रमण पर निकले हैं।
इस जमात में बड़ी संख्या में अखाड़े से जुड़े संत और महामंडलेश्वरों की मौजूदगी है। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के तपस्वी संत-महंतों की भ्रमणशील देशभर में भ्रमण करती हैं और इसी क्रम में चार महीने श्री दरबार साहिब में भी भ्रमण पर रहती हैं। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की चार धुरी पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण हैं। इनके चार श्रीमहंत होते हैं। इन्हें तपस्वी संतों का चलता फिरता तीर्थ माना जाता है।
वैदिक परंपरा के अनुसार श्री दरबार साहिब प्रवास के दौरान वे विशेष पूजन, ध्यान और वैदिक परंपराओं का निर्वहन करते हैं। इसी कड़ी में आज यहां हाथरस में घटी हृदय विदारक घटना में स्वर्गवासी हुए लोगों की आत्मा के लिए शांति की प्रार्थना की गई और विश्व कल्याण के उद्देश्य से विशेष पूजन अर्चन किया गया।