IIT BHU के नवागत निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने आज आईआईटी के भविष्य का रोडमैप लेकर मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता होगी कि यहां पर शोध की गुणवत्ता बढ़ाया जाये। उन्होंने कहा कि परिसर में शोध को बढ़ावा देने साथ ही नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए भी छात्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा। नई शिक्षा नीति को भी लागू करने पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि संस्थान में शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे। इस संबंध में मंत्रालय से भी सहमति मिल चुकी है। उन्होंने ने बताया कि परिसर में रिसर्च पार्क बनाने के लिए पहले चरण में 85 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। उन्होंने रिसर्च पार्क का उपयोग बताते हुए कहा कि कोई भी विभाग के लैब का उपयोग करके रिसर्च कर सकता है इसके लिए हम एक मामूली चार्ज लेंगे।
निदेशक ने मई में कार्यभार संभालने के बाद परिसर के हर कार्यालय और विभाग का भ्रमण किया और हर शिक्षक से बातचीत की। उन्होंने कहा कि संस्थान की खूबियों–खामियों को जानकर उन्हें सुधारना ज्यादा आसान होगा। एक बड़ी खामी की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि आईआईटी में अभी 40 फीसदी शैक्षणिक स्टाफ से ही काम हो रहा है। 900 पदों के मुकाबले यहां सिर्फ 360 शिक्षक ही कार्यरत हैं। कहा कि इन पदों को जल्द भरने की कोशिश रहेगी।