नागरी नाटक मंडली में गुरुदेव रविंद्र नाथ ठाकुर की प्रसिद्ध कहानी 'डाकघर' का हुआ मंचन

उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज द्वारा आयोजित 4 दिवसीय काशी नाट्य उत्सव के दूसरे दिन श्री नागरी नाटक मंडली प्रेक्षागृह में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की प्रसिद्ध कहानी ‘डाकघर’ का मंचन हुआ। मंडप सांस्कृतिक शिक्षा कला केंद्र, रीवा के कलाकारों ने मनोज मिश्रा के निर्देशन में प्रस्तुति दी। नाटक की कहानी एक बच्चे अमल के इर्द-गिर्द घूमती है जिसे एक असाध्य रोग है। बीमारी के कारण उसे अपने कमरे से बाहर निकलने की मनाही है। वह अपने कमरे की खिड़की से बाहर देखता है और आने जाने वालों से बातचीत करता रहता है। गाँव में डाकघर है और अपनी परिकल्पना में वह राजा को पत्र लिखता है राजवैद्य को उसका इलाज करने के लिए भेजने के लिए। बालमन की मनस्थिति को इस नाटक में बखूबी दर्शाया गया है। 

इस नाटक में मुख्य पात्रों की भूमिका में विनोद कुमार मिश्रा, प्रसून मिश्रा, राज कुमार कोरी, विपुल सिंह गहरवार, रत्नेश गोस्वामी, प्रियांशु सेन आदि रहे। मंच व्यवस्थापक- राजमणि तिवारी, विपुल सिंह, संगीत संचालन- प्रसून मिश्रा, अजय सेन, प्रकाश संचालन- प्रसून मिश्रा, रूप सज्जा- सुधीर सिंह, राज कुमार कोरी, सत्यम क्षेत्री, प्रॉपर्टी- सुधीर सिंह, प्रियांशु सेन, श्रुति द्विवेदी, दिया मिश्रा, आदि रहे।



Post a Comment

Previous Post Next Post