वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिरनाथीपुर गांव में आधी रात सिगरेट नहीं देने पर बदमाशों ने दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक सवार बदमाशों ने दुकान के बाहर सो रहे किराना व्यवसायी शारदा यादव (55) को पहले आवाज देकर जगाया, फिर एक फेमस ब्रांड की सिगरेट मांगी।
शारदा ने चाबी घर के अंदर होने और आधी रात दुकान खोलकर सिगरेट देने से इनकार कर दिया। इस पर बाइक सवारों को गुस्सा आ गया और चौकी पर बैठै दुकानदार का गला दबोच लिया। हमलावरों ने फिल्मी स्टाइल में सीधे गले में गोली मारी। फिर गालियां देते हुए भाग निकले। गोली की आवाज सुनकर ऊपर सो रही पत्नी ने शोर मचाया लेकिन हमलावर मौके से फरार हो गए और शारदा खून से लथपथ पड़े मिले। आनन-फानन मे अस्पताल ले जाने की कोशिश की। लेकिन, तब तक व्यवसायी ने दम तोड़ दिया।
ग्रामीणों ने आधी रात ही डायल-112 और चौबेपुर पुलिस को सूचना दी। जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने मामले की पड़ताल की और परिजनों से घटनाक्रम जाना। वहीं हत्याकांड के बाद परिवार में कोहराम मचा है और गांव में सनसनी है। गांव के अलावा आसपास के गांव की भीड़ बड़ी संख्या में शारदा के घर के बाहर जुटी है।
चौबेपुर थानाध्यक्ष की सूचना पर वरुणा जोन के DCP चंद्रकांत मीणा, एडीसीपी टी. सरवणन और एसीपी सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी डीसीपी वाराणसी टी सर्वनन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बाइक सवार बदमाशों के हुलिया को भी जानने की कोशिश की, हालांकि कोई उनके हाथ नहीं लगा। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए गए। क्राइम ब्रांच समेत स्थानीय पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
परिजनों और ग्रामीण हमलावरों की गिरफ्तारी पर अड़े हैं, उनका कहना है जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते शव का पंचनामा और पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे। पुलिस अधिकारियों ने हमलावरों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी है।
वहीं ग्रामीणों का आक्रोश भांपते हुए सारनाथ सर्किल के तीन थानों की फोर्स भी बुलाई गई है। उधर, संदेह के आधार पर तीन नंबरों की सर्विलांस लोकेशन खंगाली जा रही है। वहीं एक टीम दबिश के लिए पड़ोस के गांव में गई है, हालांकि अभी उनके हाथ कोई आरोपी या संदिग्ध नहीं लगा।
गोली की आवाज सुनकर भागे परिजन
मृतक शारदा यादव की पत्नी ऊषा यादव ने बताया कि घर के बाहर गुमटी है और पति दुकान के बाहर ही हमेशा सोते थे। गुरुवार रात 9 बजे खाना खाकर बाहर आए और पति दुकान के बाहर सोने चले गए। परिजनों ने भी अंदर से कुंडी बंद कर ली। घर में बेटी थी, रात 12 बजे के आसपास अचानक गोली चलने की आवाज आई।
हम सभी बाहर की ओर भागे तो शारदा यादव को खून से लथपथ पाया। आवाज देकर आसपास के लोगों को मदद के लिए बुलाया, लेकिन जब तक अस्पताल ले जाते प्राण छोड़ दिए थे। मृतक के बेटे कन्हैया यादव अपने के मामा के घर पढ़ाई करता है जो सूचना मिलने के बाद रात तीन बजे घर पहुंचा और पिता का शव देखकर रोने बिलखने लगा।