बीएचयू ट्रामा सेंटर में "सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के प्रबंध पर क्षमता निर्माण प्रशिक्षण" का आयोजन किया गया जिसमें 3 जनपद के 50 स्वास्थ्य कर्मियों को NDRF की टीम ने प्रशिक्षण दिया। जिसमें उन्हें आपदा के समय में पैनिक न होकर अपने और मरीज की जान सुरक्षित रखने के बारे में जानकारी दी। उसके बाद माकड्रिल करके दिखाया गया।
NDRF की टीम द्वारा ट्रामा सेंटर के परिसर में दो अगल-अलग जगहों पर फंसे लोगों को लाइव रेस्क्यू करके बाहर निकाला। सबसे पहले एनडीआरएफ की टीम ने एक घर के अंदर फसे व्यक्ति को दीवार काट कर बाहर निकाला।
वहीं दूसरे राहत बचाव कार्य को देखकर वहां मौजूद हर कोई हैरान हो गया। जब NDRF की टीम ने एक बिल्डिंग से तीन लोगों को रेस्क्यू करके रस्सी की मदद से सेफ जगह पर बहुत ही सहजता से पहुंचा दिया। जिसमें उन्होंने एक महिला एक पुरूष और बच्चे को नीचे रास्सी के मदद से भेजा। कमांडिंग ऑफिसर नवीन शर्मा ने बताया कि बीएचयू के डॉक्टरों का एक सेमिनार चल रहा था। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने क्लास के जरिए किस तरह से आपदा के समय लोगों को बचाया जाता है उसके बारे में बताया उसके बाद एक माकड्रिल करके दिखाया।