अघोर चतुर्दशी पर 'एक शाम महाकाल के नाम' भजन संध्या हुई आयोजित, नामचीन कलाकारों ने भजनों से झुमाया

हरिश्चंद्र घाट स्थित चेतसिंह किला प्रांगण में अघोर पीठ हरिश्चंद्र घाट काशी ‌द्वारा अघोर चतुर्दशी के पावन अवसर पर भजन संध्या "एक शाम महाकाल के नाम" में देश के प्रख्यात कलाकारों ने बाबा दरबार में अपनी हाजरी लगाई। कार्यक्रम की शुरुआत पीठाधीश्वर उग्र चंडेश्वर कपाली ने परम् पूज्य अघोराचार्य अवधूत श्रेष्ठ बाबा कीनाराम जी की 425 वी जयंती के अवसर पर बाबा के चित्र पर माल्यार्पण व भव्य आरती के साथ 11 ब्राह्मणों द्वारा रुद्रशुक्त के सामूहिक पाठ के साथ किया गया। 

इस अवसर पर कपाली बाबा ने बताया कि बाबा कीनाराम भगवान शिव के अंश से उत्पन्न स्वंभू अवधूत और शैव परंपरा की अघोर शाखा के अ‌द्भुत शलाका पुरुष थे। जिन्होंने अपनी तपस्या और सामाजिक सुधारों के उपदेशों द्वारा समाज को सर्वाधिक प्रभावित किया। उन्होंने बताया कि अपने अलौकिक चमत्कारों और सि‌द्धियों से उन्होंने समाज में बहिष्कृत लोगों के उत्थान की प्रेरणा दी। काशी ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में अब तक उनके सि‌द्धियों और चमत्कारों की चर्चा जन श्रुतियों और दंत कथाओं में पाया जाता है। 

इस अवसर पर वाराणसी नगर प्रमुख अशोक तिवारी, नगर प्रमुख गोरखपुर डा मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, विनीत सिंह, विशाल सिंह चंचल, विधायक सुशील सिंह, डीआईजी वाराणसी ओम प्रकाश सिंह, एमएलसी रामसूरत राजभर, विधायक नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव सहित कई log शामिल हुए। इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भजन संध्या की शुरुआत प्रख्यात शहनाई वादक पंडित महेंद्र प्रसन्ना व उनके साथियों द्वारा किया गया। उसके बाद श्याम दरबार सूरजगढ़ झुंझुनूं से प्रख्यात भजन गायक सुनील शर्मा व विजय राजपूत व उनके साथियों ने भजन प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। बिट्टू महाराज (उज्जैन), मदन राय (निगुण सम्राट), राजन तिवारी, अमलेश शुक्ला अमन सहित अन्य कलाकारों ने एक से बढ़कर भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन श्याम चंद्र श्रीवास्तव व राजेश मिश्रा ने किया। इस अवसर पर राजेश यादव, शैलेंद्र यादव, पीठ संचालक राजकुमार, केशरी प्रभु नाथ सिंह, अरविंद गुप्ता सहित हजारों भक्तगण उपस्थित थे।




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