काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अस्पताल को एम्स का दर्जा दिया जाता है वहीं बीएचयू के नर्सिंग स्टाफ खेमचंद सैनी उम्र 29 साल की ड्यूटी के दौरान आकस्मिक मौत हो गई। कैसे हुई यह जानकारी किसी को नहीं मिल पाई । नर्सिंग स्टाफ की मौत के बाद अस्पताल का माहौल गर्मा गया नर्सिंग स्टाफ अस्पताल के बाहर निकाल कर जमकर विरोध किया और नारेबाजी की ।
वहीं के नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि इस संस्था में स्टाफ के ऊपर बहुत ज्यादा स्ट्रेस रहता है ना तो वह मोबाइल इस्तेमाल कर सकते हैं और 17 मरीजों पर एक नर्सिंग स्टाफ काम कर रहा है जब यह लोग सेक्शन ऑफिसर के पास कंप्लेंट करने के लिए जाते हैं तो सेक्शन ऑफिसर कहता है कि अगर कंप्लेंट तुमने दर्ज कराया तो तुम्हारा इंक्रीमेंट रोक देंगे यही कारण है कि अभी पिछले महीने ही एक नर्सिंग स्टाफ की आकस्मिक मौत हो गई थी जिसकी उम्र 42 साल थी और यह भी बताया कि यहां पर वॉशरूम के लिए प्रॉपर जगह नहीं है और हम लोगों के ऊपर बहुत ज्यादा स्ट्रेस काम का पड़ता है इस वजह से आज हमारे साथी खेमचंद सैनी की मृत्यु हो गई।
जहां एक हफ्ते में 6 दिन ड्यूटी होती है वही हम लोगों से सात-सात दिन की ड्यूटी ली जा रही है कोई भी सुनवाई ऊपर के अधिकारी नहीं कर रहे हैं।
वहीं डिप्टी नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट करुणा अंबिकई ने पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया और नर्सिंग सुपरीटेंडेंट ने बोला कि हम पत्रकारों को उठाकर बाहर कर देंगे।