दुर्गा पूजा उत्सव पर काशी में मिनी बंगाल की झलक देखने को मिलती है .इस बार दुर्गापूजा को लेकर काशी में तैयारियां जोरों पर हैं। मूर्तिकार मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप दें रहे हैं। खास बात यह है कि ये मूर्तियां पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। लेकिन इस बार काशी में पहली बार 7 प्रकार के दाल से मां दुर्गा की प्रतिमा तैयार हो रही। वाराणसी के सुंदरपुर में मां दुर्गा की सबसे अनोखी प्रतिमा तैयार हो रही है। सबसे बड़ी बात है कि यह प्रतिमा गंगा के मिट्टी से तैयार हुई है और इसमें किसी भी प्रकार का कलर नहीं उपयोग किया गया है पूरी मूर्ति सात प्रकार के दाल से बन रही है। मूर्तिकारों का कहना है कि इस बार हमने काशी में कुछ अलग मूर्ति तैयार करने के लिए विचार किया था।
शीतल ने बताया कि उनके साथ इस काम में अब उनके छोटे भाई और उनके दोस्त सहयोग करते हैं टीम है जो मूर्ति बनाने का काम कर रही है।
शीतल का कहना है कि इस बार उनके मन में आया था कि कुछ अलग प्रकार की मूर्ति वाराणसी में तैयार की जाए। क्योंकि जो मूर्ति बनवाने आता है उसकी डिमांड यही रहती है कि उसकी मूर्ति सबसे अलग हो जिसके बाद हमने इस पर चर्चा की और दाल का प्रयोग करते हुए इस पूरे मूर्ति को सुंदर स्वरूप देने का काम शुरू किया।