संगीत एवं मंच कला संकाय काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम के तृतीय दिवस पर विभिन्न व्याख्यान प्रस्तुत हुए जिसमे कर्नल गोविंद माथुर ने अनुशासन का जीवन में महत्व को प्रयोगात्मक कला के बीच के अंतर संबंध को बड़ी ही रोचकता के साथ सभी को बताया। डा.अनिल सिंह ने शिक्षा की भारतीय दृष्टि एवं गुरु शिष्य परम्परा के बारे में विद्यार्थियों को बड़े ही सहज ढंग से बताया। संदीप साहनी ने छात्रों के जीवन में मानसिक स्वास्थ की भूमिका विषय को सौदाहरण बताया।
सांस्कृतिक प्रस्तुति में गायन विभाग के विद्यार्थियों द्वारा देश भक्ति गीत -बिसरे ना, जीते जी जननी जन्मभूमि एवं देश के हर व्यक्ति में अभिमान होना चाहिए। लोकगीत बांका बलमुआ ना की प्रस्तुति की गई। अंत में वाद्य विभाग के विद्यार्थियों द्वारा तबला भी प्रस्तुति की गई जिसमें एक साथ पांच विद्यार्थियों ने नौ मत ताल,बसंत ताल में बंदिशों की प्रस्तुति की। निखिल भगत ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।