श्री सीताराम विवाह महोत्सव के पावन अवसर पर 55वें श्री सिय पिय मिलन महा-महोत्सव का शुक्रवार को शुभारंभ सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत मैदान में शिव विवाह के पावन प्रसंग से हुआ | ब्रह्मलीन परम पूज्य संत नारायण दास भक्तमाली (बक्सर वाले मामा जी) की सद्प्रेरणा से शुरू हुए नौ दिवसीय महोत्सव के प्रथम दिवस मंगल गीतों के साथ अखण्ड संकीर्तन भी प्रारंभ हुआ प्रथम दिवस अयोध्या से पधारे संत प्रवर नरहरि दास जी महाराज ने व्यासपीठ से नवधा भक्ति की महिमा का बखान करते हुए कहा कि प्रभु सिर्फ भक्त के भाव देखते है ना कि उसकी जाति।
इसी कड़ी में उन्होंने श्री राम भक्त शबरी का चरित्र विस्तार से वर्णित किया। इसी अवसर पर नौ दिवसीय रामलीला का भी शुभारंभ हुआ ।पहले दिन शिव विवाह लीला का दिव्य मंचन हुआ | लीला में शिव बारात के अत्यंत मनमोहक प्रसंग को देख प्रांगण में उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे | लीला का निर्देशन अशोक मिश्रा व मंच संयोजन जयशंकर तिवारी ने किया | पहले दिन विश्व विद्यालय परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में 24 घण्टे चलने वाले अखण्ड संकीर्तन का भी शुभारंभ हुआ इसके उपरांत प्रातः 5 बजे से 7 बजे तक महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाए गये | सीताराम विवाह से पूर्व परंपरागत गीतों से विवाहोत्सव का शुभारंभ हुआ 7 बजे से 40 लोगों द्वारा सामूहिक श्रीराम चरितमानस के नवाह्न पारायण का भी शुभारंभ हुआ |