गोदौलिया चौराहे पर रोपवे स्टेशन के निर्माण के लिए सोमवार को विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर से अवैध अतिक्रमण हटाया। इस कार्रवाई के दौरान काफी तनावपूर्ण माहौल रहा। बुलडोजर कार्रवाई को लेकर व्यापारियों में नाराजगी देखने को मिली।जमीन के स्वामित्व का दावा करने वाले आशीष जायसवाल ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया। आशीष का कहना था कि उन्होंने विकास प्राधिकरण से जमीन से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा था, लेकिन प्राधिकरण ने अचानक बुलडोजर चलवा दिया दोपहर 12:00 बजे विकास प्राधिकरण की टीम, रोपवे निर्माण से जुड़ी कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ, जमीन खाली कराने पहुंची।
आशीष ने अपनी जमीन होने का दावा करते हुए बुलडोजर के सामने खड़े होकर कार्रवाई रोकने की कोशिश की। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए आशीष और उनके साथियों को हटाया, लेकिन विरोध के चलते कार्रवाई कुछ देर तक बाधित रही।आशीष ने मौके पर जिलाधिकारी और विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने आशीष को जिलाधिकारी से संपर्क करने की सलाह दी।कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक बन रहे रोपवे प्रोजेक्ट के तहत गोदौलिया चौराहे के पास स्टेशन का निर्माण होना है। यह प्रोजेक्ट शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए अहम माना जा रहा है। हालांकि, जमीन स्वामित्व को लेकर विवाद के चलते यह कार्रवाई विवादित हो गई है। आशीष ने कहा कि वह इस मामले में जिलाधिकारी से बात करके उचित कानूनी प्रक्रिया से सुलझाने की कोशिश करेंगे। फिलहाल स्थानीय दुकानदार जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे हैं।