भारत के सबसे बड़े लेवल-1 ट्रॉमा सेंटर में से एक, ट्रॉमा सेंटर, आईएमएस बीएचयू, 354 बिस्तरों की क्षमता के साथ उत्तर भारत में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में कार्य कर रहा है, ट्रॉमा सेंटर हर साल हजारों गंभीर रूप से घायल मरीजों के लिए आशा की किरण है।
शुक्रवार को मुख्य अतिथि वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम विशिष्ट अतिथि वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी, अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी जी के आचार्यत्व में एवं आईएमएस बीएचयू के निदेशक डॉ एस एन संखवार की अध्यक्षता में दो जनोपयोगी सेवाओं का उद्घाटन हुआ जिसमें रोगी रसोई और आहार सेवाएं तथा आयुष वाटिका शामिल है।
स्वास्थ्य देखभाल में वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के अनुरूप, ट्रॉमा सेंटर में भर्ती होने वाले रोगियों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन प्रदान करने के लिए एक परिवर्तनकारी पहल का प्रतीक है। भर्ती हुए सभी मरीजों को तीन समय का निःशुल्क भोजन यहां से अब नियमित रूप से उनके स्थान पर वितरित किया जाएगा. रोगी परिचारकों (विशेष रूप से आयुष्मान भारत लाभार्थियों) के लिए आराम करने, तनाव को कम करने और अस्पताल में रहने के दौरान उनके समग्र अनुभव को बढ़ाने के लिए एक टिकाऊ, पर्यावरण-अनुकूल स्थान के रूप में आयुष वाटिका होगा।
पहले कहा जाता था रोगियों को सादा भोजन देना है परंतु अब ऐसा नहीं है ट्रामा सेंटर में पेशेंट किचन के नाम से खुले पैंट्री में रोगियों के खाने में स्वाद एवं हाइजीन दोनों का मिश्रण देखने को मिलेगा। वही अमरीश नारायण सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि हम रेड बिन हॉस्पिटैलिटी के हम लोगों के बिजनेस पार्टनर है यह हम लोगों की 137वीं ब्रांच है यह बनारस में हम लोगों की तीसरी ब्रांच है हम लोग ऑल ओवर इंडिया, पैन इंडिया पर काम करते हैं हम लोग केवल हॉस्पिटल में काम करते हैं स्कूल कॉलेज या अन्य किसी स्थान पर हम लोग काम नहीं करते हैं हम लोग मरीजों के सेवा के लिए करबद्ध हैं । ट्रामा सेंटर के इंचार्ज सौरभ सिंह ने हमें सख्त हिदायत दिया हुआ है कि हमें हाइजीन और स्वाद दोनों अपने मरीज को देना है जिससे मरीजों को लगे वह घर का खाना खा रहे हैं और उनके स्वास्थ्य के लिए भी वह लाभदायक हो।