फर्जी ट्राई अधिकारी/सी.बी.आई. अधिकारी बनकर डिजिटल हाउस अरेस्टिंग कर साइबर ठगी करने वाले अन्तराष्ट्रीय चाइनीज गैंग का मास्टर मांइड गिरफ्तार हुआ उसके कब्जे से मोबाइल व नकदी बरामद हुए।दिनाक 04.12.2024 को बादी अनुज कुमार यादव द्वारा प्रार्थनापत्र इस आशय से प्रस्तुत किया गया कि साइबर अपराधियों द्वारा उनके साथ फर्जी ट्राई अधिकारी/सी.बी.आई. अधिकारी बनकर उनकी डिजिटल हाउस अरेस्टिंग कर उनके साथ कुल करीब 98 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली गयी है।
साइबर अपराधियों द्वारा सर्वप्रथम फर्जी ट्राई अधिकारी/सी.बी.आई. अधिकारी बनकर लोगों को उनक मोबाइन नं० पर बर्चुवल नं० से काल कर उनके नाम पर फर्जी सिम के जारी होने तथा उस सिम का अवैध गतिविधियों में लिप्त होने का झांसा देते हुए उनकी डिजिटल हाउस रेस्टिंग कर वेरीफिकेशन के नाम पर तथाकथित आर. बी. आई. के बैंक खातो में पैसा ट्रान्सफर कर लिया जाता है। उन पैसो को साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी गेमिंग एप्लीकेशन में यूजर्स को पेआउट के नाम पर ट्रान्सफर कर दिया जाता है। इस तकनीकि में साइबर अपराधियों द्वारा ई.सी.एस. व ई.आई.पी. सर्विसेज का इस्तेमाल करते हुए ओटीपी प्राप्त करने के लिए एसएमएस फार्डरवर एप्लीकेशन जैसे ड्रैगन एसएमएस आदि का प्रयोग किया जाता है। तथा अपनी पहचान छिपाने के उदेश्य से इस तरह की घटना में फर्जी म्यूल बैंक खातो, फर्जी सिम कार्ड व डिजिटल फुटप्रिंट से बचने के लिए वर्चुवल मशीन का प्रयोग किया जाता है। गिरफ्तार अभियुक्त निजाम अहमद उर्फ प्राक्सी के द्वारा अपने नीचे तीन से चार लेयर में एजेन्ट रखा गया है जिनसे बैंक में खाता खुलवाना, उन बैंक खातों में इन्टरनेट बैंकिग आदि बनाना तथा खाताधारको को विभिन्न राज्यों में अपनी सुविधानुसार ले जाकर उनके बैंक खातों की टेस्टिंग कराना जैसे आदि कार्य कराया जाता है उपरोक्त के माध्यम से एक्सेस प्राप्त करने के पश्चात अभियुक्त प्राक्सी के द्वारा अपने विदेशी साथियों के साथ मिलकर वर्चुअल मशीन से साइबर ठगी के पैसों को गेमिंग एप्लीकेशन में ट्रान्सफर कर दिया जाता है।