भारत का संविधान, सिर्फ संविधान नहीं बल्कि इस महान देश की अस्मिता और इसकी एकता तथा अखंडता का सबसे बड़ा प्रहरी है । भारतीय संविधान ने भारत के करोड़ों लोगों की भावनाओं और उम्मीदों को कवच देकर उनकी भावनाओं को साकार किया । यह हमारा संविधान ही है जिसने महिलाओं, गरीबों, किसानों, मजदूरों, मजलूमों, दलितों, पिछड़ों तथा अल्पसंख्यकों को गर्व के साथ आगे बढ़ने का, अपने सपनों को साकार करने का सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक रूप से सशक्त होने का अवसर दिया ।
भारत की महान जनता ने भारत के संविधान के प्रति हमेशा से अपनी आस्था पूरी दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ दिखलाई । 18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधानव और संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास दागदार हो गया है. बीजेपी हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्य के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहींं छोड़ती. इस बार तो हद हद पार कर दी. संविधान के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दल ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी. अडानी, मणिपुर,संभल जैसे मामले पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद संविधान पर चर्चा की मांग मान गई. इसमौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतितबद्धता की याद दिलाई । समता,समानता औऱ न्याय के डॉ. अंबेडकर के आदर्श पर चलने की सलाह बीजेपी को कतई रास नहींं आई.
संविधान पर लगातार विपक्षी दलों को बोलने से रोकने की कोशिश की । यही नहींं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान कर संघ औऱ बीजेपी के मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी । अमित शाह ने कहा कि “अभी एक फैशन हो गया है – अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”
आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत बीजेपी की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दे दिया था और बैसाखी सरकार बना कर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया था. लेकिन बीजेपी ये खीज अब संविधान निमार्ता पर निकाल रहे है और बाबा साहेब का अपमान किया गया है. लेकिन दुःख की बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमीत शाह को सीख देने के बजाय आरोप- प्रत्यारोप की राजनीत तेज कर दी कांग्रेस समेत प्रमुख विपक्षी दलों ने पीएम मोदी से अमीत शाह के इस्तीफे की मांग की है. लेकिन मोदी सरकार डॉ. अंबेडकर के अपमान को अपराध मानने को तैयार नहींं है. उल्टे बीजेपी ने संसद को ही ठप्प कर दी । यही नहीं बीजेपी ने कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों के सांसदों के साथ धक्का मुक्की की । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे जी को गिरा दिया गया । कांग्रेस नेता एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी को षड्यंत्र के तहत एफ आई आर दर्ज करा दिया गया ।भाजपा और उसकी मातृ संस्था आर एस एस शुरू से ही संविधान और बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर का विरोध किया और बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर को चुनाव हरवाया था । कांग्रेस पार्टी बाबा साहेब आंबेडकर भीमराव अम्बेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के स्तीफे की मांग को लेकर अडिग है और सड़क से लेकर संसद तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा । उपरोक्त बातें आज वाराणसी के सिगरा स्थित होटल यथार्थ इन मे आयोजित एक पत्रकरेवार्ता में अनुसूचित कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोथिया ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा ।