विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि दुबई में बांदा की रहने वाली शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई थी। उन पर चार महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था और वे दो साल से जेल में थीं। चार महीने पहले कोर्ट ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी।
शहजादी के पिता शब्बीर खान ने विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग की थी, लेकिन उन्हें कोई सहायता नहीं मिली। शब्बीर खान ने बताया कि उनकी बेटी अबू धाबी में एक महिला के लिए काम करती थी, जिसने हाल में एक बच्चे को जन्म दिया था। जब बच्चा चार महीने का था, तो उसे एक टीका लगाया गया था, जो आमतौर पर छह महीने में दिया जाता है। शब्बीर खान का आरोप है कि शिशु की मौत टीके की वजह से हुई थी, लेकिन शहजादी पर गलत तरीके से हत्या का आरोप लगाया गया और उसे मौत की सजा सुनाई गई।विदेश मंत्रालय ने बताया है कि शहजादी के परिवार को मामले की जानकारी दे दी गई है और उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था में परिवार की मदद की जाएगी। शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा ¹।