भारतीय ज्योतिष अपनी उत्पतिकाल से ही प्राणिमात्र के कल्याणार्थ वेद निहित व्यवस्थाओं के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिनन का निर्वहन करता रहा है। जिसके समसामयिक व्याख्या एवम समुचित निर्णय हेतु ज्योतिष विभाग, संस्कृतविद्या धर्मविज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा आगामी 20 से 22 मार्च, को अन्तर्राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें पंचाग की शास्त्रीय व्यवस्था व विवाह हेतु मेलापक की सामयिक व्यवस्था पर विशेष चर्चा होगी। सम्मेलन में एकत्रित सभी विद्वान चर्चा करके निष्कर्ष बिंदू प्रदान करने का प्रयास करेंगे जिससे ज्योतिष शास्त्र के लोकोपयोगिता के साथ समसामयिकता भी बनी रहे।