दशाश्वमेध घाट स्थित कामरूप मठ में स्वामी बानेश्वरानंद तीर्थ जी के शोडसी भंडारा संपन्न हुआ 5 मार्च को स्वामी जी के ब्रह्मलीन होने के बाद काशी के सभी मठ के महंत व संत पधारे और उनके वसीयत के अनुसार उनकी इच्छा पत्र के अनुसार स्वामी शुद्धानंद तीर्थ जी महाराज को उत्तराधिकारी घोषित किया ।
इस पत्र का वचन भी आज धर्म सभा में किया गया इस कार्यक्रम में स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, स्वामी विमल देव आश्रम, स्वामी प्रकाश आश्रम, स्वामी जितेंद्रानंद सहित समस्त मठ के महंत लोग धर्म सभा में उपस्थित रहे और स्वामी जी के सभी भक्त शिष्य भी इस धर्म सभा में उपस्थित रहे। सर्वप्रथम वैदिक मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम का आरंभ हुआ तत्पश्चात पूर्णेश्वर महादेव का अभिषेक हुआ सभी संतों का पूजन स्वामी शुद्धानंद तीर्थ ने किया।