बीएचयू में उड़ीसा की सांस्कृतिक विरासत को सम्मानित करने हेतु हुआ कार्यक्रम

बीएचयू में ओडिशा की समृद्ध भाषाई और सांस्कृतिक विरासत को सम्मानित करने के लिए ‘ओड़िया को जाने, ओडिशा को जाने’ कार्यक्रम का भव्य उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान जगन्नाथ और मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई, जो इसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गहराई का प्रतीक था।मुख्य अतिथि सौम्यरंजन पटनायक, बीएचयू के कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह और कला संकाय की डीन प्रो. सुषमा घिल्डियाल ने अकादमिक विमर्श में ओड़िया भाषा और संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम में छात्रों की उत्साही भागीदारी देखने को मिली।

प्रो. अरुण कुमार सिंह ने सस्टेनेबिलिटी, आध्यात्मिकता, सकारात्मकता और जगन्नाथ संस्कृति पर विचार व्यक्त किए। प्रो. सुषमा घिल्डियाल ने ओड़िया भाषा में "शुभ सकाल(सुप्रभात)" कहकर स्वागत किया और बनारस में ओडिशा सरकार एवं ओड़िया समुदाय के योगदान की सराहना की।कार्यक्रम ने बीएचयू में ओड़िया विरासत को सुदृढ़ करने और अकादमिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम स्थापित किया।

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